महासमुन्द (छतीसगढ़) महासमुन जिले से दो नेशनल हाइवे 53 और 353 गुजरती है ये नेशनल हाइवे तस्करी का हाइवे बन चुका है क्योंकि यही हाइवे छत्तीसगढ़ को मुम्बई और कोलकाता से जोड़ती है और उड़ीसा से भी जोड़ती है। जिले से होकर गुजरने वाले हाइवे में लगातार, गांजा, ब्रॉउन शुगर, हीरे, सोना, चाँदी की तस्करी होती है इसके लिए पुलिस लगातार संदिग्ध गाड़ियों की चेकिंग करती रहती है और तस्करों को पकड़ती भी है। पुलिस को सूचना मिली थी कि एक गाड़ी में तस्करी का सोना चांदी इस रास्ते से गुजरने वाली है इसी आधार पर रायपुर पासिंग मारुति स्विफ्ट जो उड़ीसा से रायपुर तरफ आ रही थी।

उसे महासमुन्द जिले के उड़ीसा बार्डर पर स्थित सिंघोड़ा थाना पुलिस ने रोका उस गाड़ी में रायपुर के तीन लोग सवार थे। पूछताछ में गोलमोल जवाब दे रहे थे।

पुलिस ने जब गाड़ी का बारीकी से तलाश किया तो पुलिस की आंखे फटी की फटी रह गयी कार में 1 करोड़ 22 लाख के सोने चांदी के आभूषण और 8 लाख 50 हजार नगद रुपये थे। सोने चांदी और रुपये से सम्बंधित कोई भी कागजात इनके पास नही था पुलिस ने तीनो को हिरासत में लेकर पूछताछ कर मामले में 102 कई कार्यवाही कर मामले को आयकर विभाग को सौप दिया है। इस मामले का खुलासा महासमुन्द के कंट्रोल रूम में प्रेसवार्ता में महासमुन्द जिले के एस.पी. दिव्यांग पटेल ने किया।