IBN24 Desk: महासमुंद- (छत्तीसगढ़) महासमुंद नगरपालिका के बाद जिले के सरायपाली नगर पालिका में भी तख्त पलटनें की राजनीति शुरू हो गई है. आज महासमुंद में सरायपाली नगर पालिका के 10 पार्षदों ने अध्यक्ष अमृत पटेल के खिलाफ कलेक्टर को अविश्वास प्रस्ताव का आवेदन सौपा है. बीजेपी पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव के लिए कलेक्टर को आवेदन दिया है. जिसमें बताया है कि अमृतलाल पटेल अध्यक्ष नगर पालिका परिषद सरायपाली अपने दायित्वों के निर्वहन सही ढंग से नहीं कर रहे हैं. आम नागरिकों को मिलने वाली मूलभूत आवश्यक सुविधाएं, बिजली, पानी, सफाई की व्यवस्था इनके कार्यकाल अवधि में चरमरा गई है. इनके द्वारा परिषद की बैठक समय सीमा पर आहूत नहीं कराने से विकास कार्यों की दर स्वीकृति, पेंशन योजनाएं, जाति प्रमाण पत्र, सत्यापन, नामांतरण कार्य, में बाधा उत्पन्न हो रही है. निकाय के निर्वाचित पार्षदों के साथ इनके द्वारा दुर्व्यवहार किया जाता है. आपको बता दें कि, सरायपाली में 15 पार्षदों वाले शहर सरकार में 9 बीजेपी, 3 कांग्रेस, 3 निर्दलीय पार्षद निर्वाचित हुए थे. बहुमत नहीं होने के बाद भी कांग्रेस ने 8 मत से अपना अध्यक्ष बनाया था. जिससे नाराज बीजेपी ने 2 पार्षदों को पार्टी से निष्काषित भी कर दिया था. लेकिन ढाई साल बाद शहर सरकार की राजनीति ने फिर करवट ली, और करवट लेते ही वर्तमान अध्यक्ष अमृत पटेल की कुर्सी अब खतरे में आ गई है. गौरतलब है कि 2 दिन पहले ही सरायपाली में भाजपा का 3 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर हुआ, जिसमें डॉ रमन सिंह सहित प्रदेश स्तर के बड़े नेता शामिल हुए, कार्यकर्ताओं से वन 2 वन बातचीत हुई. जिसके बाद अब सरायपाली नगर पालिका में कुर्सी की लड़ाई शुरू हो गई है. सभी 10 पार्षद बीजेपी के हैं. जिन्होंने अविश्वास प्रस्ताव के लिए आवेदन दिया है. अध्यक्ष को गिराने 11 पार्षदों की जरूरत बीजेपी को होगी. ऐसे में कांग्रेस अभी भी अपना पलड़ा भारी मानकर चल रही है. भाजपा के पूर्व अध्यक्ष चंद्रकुमार पटेल ने जहां अध्यक्ष को गिराने और बीजेपी का अध्यक्ष बनाने का दावा किया है, वहीं नगर पालिका सरायपाली के सभापति हरदीप सिंह रैना ने कहा कि, शहर में हो रहे विकास से विपक्ष बौखलाया हुआ है और एक साजिश रची जा रही है, लेकिन उनकी यह साजिश भी नाकाम होगी.