महासमुंद जिले में राज्य की कांग्रेस सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरुआ ,घुरुवा, बारी का क्रियान्वयन सही तरीके से नहीं हो पा रहा है, गरुआ योजना तहत महासमुंद जिले के कई गौठान बनाये जाने के बावजूद सड़को पर मवेशी घूमते देखे जाते है , सड़को में घूमते आवारा मवेशी से जिले भर मे रोज हादसा भी हो रहा है, छत्तीसगढ़ के कांग्रेस सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरुआ ,घुरुवा, बारी के तहत मवेशियों को उचित देखभाल के साथ एक जगह रखने के लिए पुरे प्रदेश में गौठान बनाये गए है ! महासमुंद जिले में भी तक़रीबन 84 गौठान बनाये जाने है जिसमे से अधिकतर गौठान का निर्माण हो चुका है। लेकिन महासमुंद जिले में इस योजना का सही तरीके स क्रियान्वयन नहीं हो रहा है! जिससे महासमुंद मुख्यालय सहित जिले भर के सड़को में आवारा मवेशी घूमते नजर आते है। महासमुंद के कलेक्टेट रोड में भी यही हाल जहा कलेक्टर ऑफिस के सामने सड़को पर आवारा मवेशी घूमते नजर आते है जबकि इस रोड में रोज जिलाधीश, पुलिस अधीक्षक सहित जिले के तमाम बड़े अधिकारी गुजरते है अगर यहाँ ये हाल है तो जिले के अन्य इलाके में क्या हाल होगा इसका अंदाजा आप सहज ही लगा सकते है। जिले के लोगो का कहना है कि योजना बनाने से कुछ नहीं होता है योजना का सही क्रियान्वयन होना चाहिए। योजना में गौठान बन गया लेकिन आज भी मवेशी सडको पर है ऐसे योजना से क्या फायदा होना है योजना का सही क्रियान्वयन फिल्ड में हो चाहिए ।