
महासमुंद [ छत्तीसगढ़ ] महासमुंद के किसान ने किया घर के छत में धान कि खेती किसान पिछले 18 सालो से कर रहे है घर के छत में धान कि उत्त्तम खेती ! किसान ने सिद्ध किया धान की खेती के लिए परंपरागत जमीन पर खेती करना आवश्यक नहीं ! आकाशीय खेती देखकर लोग हो रहे है अचंभित ! आने वाले समय में आकाशीय खेती होगी कारगर ।
भारत में जनसँख्या वृद्धि दर बहुत अधिक होने के कारण अब जंगलो एवं खेती योग्य जमीन की कमी होती जा रही है ! खेती योग्य जमीन कम होने से खेती करने के समस्या उत्पन्न हो रही है !
इस समस्या से निजात पाने के लिए महासमुंद के एक किसान ने खेती की ऐसी तकनीक इजाद की है जिसे देखकर लोग अचंभित हो जाते है! उन्होंने धरातल से लगभग 25 फिट ऊपर अपने घर के छत में धान की खेती कर लोगो को यह सोचने के लिए मजबूर कर दिया है की धान की खेती के लिए परंपरागत जमीन पर खेती करना आवश्यक नहीं है ! महासमुंद के नयापारा में रहने वाले भागीरथी प्रसाद बिसाई ने 1996 से धान कि खेती अपने घर के छत में खेती कर रहे है उन्होंने अपने घर के छत में 6 इंच कि मिटटी की परत बिछाई है उसमे धान खेती कर रहे है पानी के लिए ऊपर में पाइप बिछाकर टुल्लू पम्प से सप्ताह में एक बार पानी देने का व्यवस्था किया है ! उसकी इस आकाशीय खेती के धान के पौधे जमीन पर की जाने वाली धान की खेती के पौधे अधिक स्वस्थ है ! क्योकि इस फसलो में न हीं किट प्रकोप होता है और न हीं खरपतवार होते है साथ ही आकाशीय खेती में उत्पादन परंपरागत खेती कि तुलना में उत्पादन भी अधिक होता है ! घर के छत में खेती करने वाले भागीरथी प्रसाद बिसाई ने बताया कि अब धीरे धीरे खेती जामीन खत्म होते जा रही है इसी को ध्यान में रखते हए 1996 से धान कि खेती घर के छत में कर रहा हु इस खेती से धान का उत्पादन परंपरागत जमीन में धान कि खेती से अधिक होता है इस खेती में किट प्रकोप नहीं होता है खरपतवार नहीं होता है और नहीं इसमे खाद डालने कि जरुरत होती है ! लोगो को सलाह दी कि घरो के छत का उपयोग कर सब्जी और धान कि खेती कर सकते है !
आकाशीय खेती के सम्बन्ध में महासमुंद कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया की छत में खेती किसान का सराहनीय कार्य है ! छोटे क्षेत्र में उत्पादन ज्यादा आएगा ! साथ ही छत में खेती से किट प्रकोप,से भी सुरक्षित होता है !धान सभी परिस्थिति में सरवाईब करता है ! यह एक अच्छा प्रयास है !टेक्नोलोजी का स्तेमाल करके छोटे क्षेत्र में ज्यादा उत्पादन लिया जा सकता है !