Thursday, October 9, 2025
Homeछत्तीसगढ़पुलिस पब्लिक स्कूल का उद्देश्य धन अर्जित करना नहीं अपितु संस्कारपरक शिक्षा...

पुलिस पब्लिक स्कूल का उद्देश्य धन अर्जित करना नहीं अपितु संस्कारपरक शिक्षा देना : श्री अवस्थी
पुलिस पब्लिक स्कूल में बसंत पंचमी का आयोजन

रायपुर (छत्तीसगढ़) रायपुर – डीजीपी श्री डीएम अवस्थी ने आज बसंत पंचमी के अवसर पर पुलिस पब्लिक स्कूल पहुंचकर शिक्षक-शिक्षिकाओं को सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पुलिस पब्लिक स्कूल का उद्देश्य धन अर्जित करना नहीं अपितु संस्कारपरक शिक्षा देना है। जिससे यहां के बच्चे भविष्य मंत जीविकोपार्जन के साथ देश सेवा करें। इसमें स्कूल के शिक्षकों की कड़ी मेहनत है। बड़ी प्रसन्नता की बात है कि पुलिस पब्लिक स्कूल में शिक्षा के साथ संस्कार भी दिये जा रहे हैं। ये हमारे शिक्षकों की उपलब्धि है। क्योंकि बच्चों को शिक्षा के साथ संस्कारवान बनाना बड़ी बात है। हमारा लक्ष्य होना चाहिये कि आगामी बोर्ड परीक्षा में स्कूल के छात्र-छात्राएं बेहतर प्रदर्शन करें। श्री अवस्थी ने कहा कि बसंत पंचमी के दिन हम सभी को संकल्प लेना चाहिये कि स्कूल और यहां के बच्चों की प्रगति के लिये कड़ी मेहनत करेंगे। अभी सिर्फ 12वीं तक कक्षाएं संचालित हैं लेकिन स्कूल की ख्याति इतनी हो कि यहां कॉलेज संचालित हो। आज पुलिस पब्लिक स्कूल की इतनी ख्याति है कि यहां एडमिशन के लिये सभी अभिभावक प्रयास कर रहे हैं।

बसंत पंचमी के अवसर पर पुलिस पब्लिक स्कूल में मां सरस्वती पूजन किया गया। सरस्वती पूजन में प्रबंधक आईपीएस श्री जितेंद्र शुक्ला, प्राधानाचार्या श्रीमती शनी मिश्रा भी उपस्थित रहीं।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2019 में 185 छात्रों के साथ प्रारंभ किया गया, यह स्कूल वर्तमान में तीन गुना से अधिक नवीन प्रवेशी 751 छात्रों के साथ अग्रसर है। डीजीपी श्री डीएम अवस्थी द्वारा छात्रों के नवाचार को प्रोत्साहन करने विभिन्न अवसर प्रदान किया जा रहा है तथा समय-समय पर विषय-विशेषज्ञों को भी आमंत्रित कर छात्रों को उनके अनुभवों का लाभ प्रदान कर मार्गदर्शन किया जा रहा है। पुलिस पब्लिक स्कूल प्रथम वर्ष के अध्यापन में एक चुनिंदा स्कूल बनकर उभरा हैं। जिसकी लोकप्रियता ने कई नए आयाम थोड़े ही समय में स्थापित किया है।
प्रथम वर्ष के संचालन के दौरान शैक्षणिक सत्र 2019-20 का परिणाम शत् प्रतिशत रहा । पूरी दुनिया कोरोना महामारी के संकट से जूझ रही थी, परंतु सबसे अधिक प्रभाव बच्चों की शिक्षा पर पड़ा। छत्तीसगढ़ राज्य पुलिस ने इस चुनौती को भी स्वीकार किया तथा समस्त सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए नई व्यवस्था के अनुरूप ऑनलाईन कक्षा के जरिए समस्त शैक्षणिक कैलेण्डर के अनुरूप लक्ष्यों को पूर्ण किया। छात्र-छात्राओं को ऑनलाईन शिक्षा के माध्यम से जोड़ा गया जिस हेतु पुलिस पब्लिक स्कूल में स्वयं के व्यय से प्रत्येक छात्रों के लिए पृथक-पृथक जी-मेल आईडी प्रदान किया गया जिसका कोई भी शुल्क अभिभावकों से नहीं लिया गया।
स्कूल के विद्यार्थी कम्प्यूटर विषय में कोडिंग, वेबसाईट/वेबपेज डिजाईनिंग, गेम क्रियेशन आदि कार्य आर्टिफिशयल इंदेलीजेंस की ओर प्राथमिक स्तर से ही अग्रसर है, तथा हमारे छात्रों का नियमित योगाभ्यास उनके दिनचर्या में शामिल है। इसी परिणाम स्वरूप प्राचार्या/अध्यापकों के कुशल मार्गदर्शन में हमारे विद्यालय के छात्र का प्रतिष्ठित राज्य स्तरीय INSPIR AWARD`S हेतु नामांकित किया गया है जो विद्यालय के लिए अल्प समय में बड़े हर्ष व गर्व का विषय है।
सामाजिक दायित्यों के निर्वहन दौरान छात्रों को JOY OF GIVEING अर्थात् ‘‘आनंद देने का आनंद’’ महिला सशक्तिीकरण के तहत आत्म निभरता तथा छात्रों को देश के संविधान द्वारा प्रदत्त मूल्यों व कानून का ज्ञान जैसे POCSO, यातायात नियमों, आपदा प्रबंधन का ज्ञान तथा आत्मरक्षा हेतु आवश्यक पाठ पढ़ाया जा रहा है।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments

error: Content is protected !!