@ ARVIND KUMAR
IBN24 DESK : महासमुन्द (छत्तीसगढ़) पूरे छत्तीसगढ़ में धान खरीदी वर्ष 2023-24 में 01 नवम्बर 2023 से 04 फ़रवरी 2024 तक सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर किसानों से धान की खरीदी की जा रही थी। इसी खरीदी वर्ष में महासमुंद जिले के धान खरीदी में एक के बाद एक फर्जीवाड़ा सामने आ रहा है। ताजा मामला जिले के सरायपाली ब्लाक के बेलमुंडी धान खरीदी केंद्र कहा है, जहाँ बिना धान लाये ही बोगस [ फर्जी ] तरीके से लगभग 37 लाख के लगभग 1200 क्विंटल धान की फर्जी खरीदी दिखाई गयी है और राशि निकाल ली गयी है।

बेलमुण्डी धान खरीदी केंद्र में इस वर्ष कुल 67810 क्विंटल धान की खरीदी हुई है जिसमे 49240 क्विंटल धान राईस मिलर के द्वारा डी० ओ० के माध्यम से उठाव किया गया है शेष 18570 क्विंटल [ 46485 कट्टे ] धान खरीदी केंद्र में होना चाहिए लेकिन आज की स्थिति में खरीदी केंद्र में लगभग 43425 क्विंटल ही धान शेष दिख रहा है। मतलब 1200 क्विंटल धान कम है।
वर्तमान में बेलमुंडी धान खरीदी केंद्र में पदस्थ खरीदी प्रभारी पर सन 2020-21 में 26 लाख के धान शार्टेज पर एक बार कार्यवाही हो चुकी है।
छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनाने के बाद किसानो से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान और प्रत्येक क्विंटल धान का समर्थन मूल्य 3100 में रुपये देने का छत्तीसगढ़ के बीजेपी सरकार वादा किया है। इसी बढ़े हुए मूल्य पर धान खरीदी प्रभारी ने खेल कर दिया। समर्थन मूल्य पर प्रत्येक क्विंटल धान का 3100 मिलेगा इसलिए उड़ीसा से 1900 से 2000 प्रति क्विंटल की दर से धान मंगाकर कर कमी पूरा कर रहे है और सरकार और जिला प्रशासन की आँखों में धूलझोक कर प्रतिक्विंटल 1100 रुपये का अवैध लाभ लेने का खेल चल रहा है।