IBN24 Desk : महासमुन्द (छत्तीसगढ़) धान खरीदी वर्ष 2024-25 में महासमुन्द जिले के 182 धान खरीदी केंद्रों के माध्यम से समर्थन मूल्य पर किसानों से धान की खरीदी सरकार द्वारा की गयी। इसी खरीदी के दौरान जिले के कई खरीदी केंद्रों में बड़े पैमाने पर घोटाला और फर्जीवाड़ा किया गया है। खरीदी केंद्र में बिना धान लाये ही ऑनलाइन ख़रीदी दिखाकर राशि निकाल ली गयी है। धान खरीदी ऑनलाइन है जिसका अवैध फायदा उठाते हुए जिले के खरीदी प्रभारी, कंप्यूटर ऑपरेटर बिना धान आये ही अपने किसी रिश्तेदार या परिचित किसानों के नाम पर धान ऑनलाइन चढ़ा देते है और शासन से समर्थन मूल्य प्रति क्विंटल 3100 रुपये के हिसाब से राशि भी निकाल लेते है। यही फर्जीवाड़ा तिहारीपाली में किया गया बिना धान लाये ही 48 लाख 14300 का 1553.79 क्विंटल धान फर्जी तरीके से ऑनलाइन चढ़ाया गया जबकि खरीदी केंद्र में धान आया ही नही है और शासन से समर्थन मूल्य पर प्रतिकविंटल 3100 रुपये के हिसाब से 48 लाख 14300 की राशि निकाल ली गयी है। आज के स्थिति में धान तिहारीपाली धान खरीदी केंद्र में 1553.79 क्विंटल धान शेष दिखा रहा है जबकि मौके पर एक बोरा धान नही है। जिले के कई धान खरीदी में इस तरीके से फर्जीवाड़ा किया गया जिस पर जिला प्रशासन लगातार FIR की कार्यवाही भी कर रहा है अभी तक जिले के धान खरीदी केंद्र केना, धान खरीदी केंद्र नूनपानी में FIR हो चुका है, धान ख़रीदी केंद्र रिसेकेला का मामला FIR के लिए थाना पहुच चुका है। अब अगला नंबर तिहारीपाली का हो सकता है।

महासमुंद कलेक्टर विनय कुमार लंगेह का कहना है कि शासन की धान खरीदी में अगर किस प्रकार की गड़बड़ी या फर्जीवाड़ा सामने आने पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी FIR भी किया जा रहा है।
खादय अधिकारी अजय यादव ने बताया कि धान खरीदी केंद्रों में लगातार भौतिक सत्यापन किया जा रहा है। धान खरीदी में गड़बड़ी पाए जाने पर FIR किया जा रहा है। अभी तक कई खरीदी प्रभारियों पर FIR हो चुका है और अभी कई FIR होना है। गड़बड़ी पाए जाने पर कार्यवाही जरूर होगी।