महासमुंद। शासन की जवाहर उत्कर्ष योजना के तहत आज जिले में परीक्षा सम्पन्न हुई। परीक्षा के लिए कुल 87 बच्चों ने पंजीयन कराया था जिनमें से 81 परीक्षा में सम्मिलित हुए।
परीक्षा के लिए मुख्यालय के शासकीय आदर्श बालक शाला हाईस्कूल को केन्द्र बनाया गया था। जहां दोपहर 12 से 2 बजे तक परीक्षा सम्पन्न हुई। बच्चों ने परीक्षा केन्द्र में कोविड नियमों का पालन करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाकर परीक्षा दी। आदिम जाति कल्याण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि परीक्षा में पास होने वाले विद्यार्थियों की मेरिट सूची तैयार की जाएगी। जिसमें अंकों के आधार पर एससी से 3 और एसटी वर्ग से 2 बच्चों सहित कुल 5 बच्चों का चयन योजना के तहत कक्षा छठवीं में प्रवेश देने के लिए किया जाएगा।
चयनित बच्चों को ऐसे मिलेगा लाभ
जानकारी के मुताबिक चयनित बच्चों को राज्य के चुनिंदा निजी उत्कृष्ट विद्यालयों में अध्ययन करने का अवसर नि:शुल्क मिलेगा। इसमें 6 से कक्षा 12 तक और 9 से 12 तक बच्चों को निजी विद्यालयों में नि:शुल्क शिक्षा प्रदान की जाती है। शासन की इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र में छिपी प्रतिभाओं को बाहर लाना और बेहतर शिक्षा प्रदान करना है। जिससे बच्चे अच्छी पढ़ाई कर ना सिर्फ माता-पिता का नाम रोशन करे बल्कि जिले का भी नाम रोशन कर सकें।
जानकारी के अभाव में परीक्षार्थियों की संख्या घटी
इस वर्ष परीक्षार्थियों की संख्या में काफी कमी आई है। जानकारी के मुताबिक पिछले वर्ष जिले से कुल 148 बच्चों ने पंजीयन कराया था जबकि इस वर्ष मात्र 87 बच्चों ने ही पंजीयन कराया है। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि स्कूल बंद होने की वजह से अधिकांश बच्चों और पालकों की इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है।