महासमुंद ( छत्तीसगढ़) महासमुन्द कोरोना संक्रमितों की जांच हेतु होने वाले आरटीपीसीआर टेस्ट आगामी माह से अब जिले में ही होगी। इसके लिए शहर के पुराना सरकारी अस्पताल परिसर में करीब 28 लाख रुपए की लागत वायरोलाजी लैब बनकर तैयार हो चुका है।
निर्माण एजेंसी द्वारा निर्माण फिनिशिंग के बाद एल्युमिनियम सेक्शन, बिजली फिटिंग और अन्य कार्य किया जा रहा है। एजेंसी के सुपरवाइजर ने बताया कि करीब 10 फीसदी ही कार्य शेष है जो आगामी 10 मार्च तक लैब पूरी तरह से तैयार कर लिया जाएगा और विभाग को हैंडओव्हर कर दिया जाएगा। बाद विभाग की ओर से जांच के लिए मशीन फिटिंग कर जांच शुरु कर दी जाएगी। बता दें कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोना संक्रमितों की जांच के लिए होने वाले आरटीपीसीआर सहित अन्य टेस्टिंग के लिए सर्वसुविधायुक्त लैब की आवश्यकता थी जिसके लिए पुराना सरकारी अस्पताल स्थित नेत्र विभाग के रिक्त भवन को लैब की शक्ल दी गई है।
अब रायपुर भेजने की नहीं पड़ेगी आवश्यकता
कोरोना संक्रमितों के लिए होने वाले आरटीपीसीआर टेस्ट की सुविधा केवल राजधानी रायपुर में है। इसके लिए सैंपल कलेक्ट करने के बाद जांच के लिए भेजा जाता है जहां से रिपोर्ट आने में समय अधिक लगने से इंतजार करना पड़ता है। प्रदेशभर से टेस्ट की जांच यहां भेजे जाने से अतिरिक्त लोड बढ़ गया है जिसे देखते हुए शासन ने जिले में आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए लैब का निर्माण किया जा रहा है।
हैंडओव्हर का इंतजार
सीएमएचओ डॉ एन के मंडपे का कहना है कि लैब हैंडओव्हर होने के बाद ही मशीन फिटिंग सहित अन्य कार्य कराकर जांच शुरु कर दी जाएगी। संभवत: मार्च के अंतिम सप्ताह से जांच शुरु करेंगे। लैब का निर्माण अंतिम चरण में है। लैब से आरटीपीसीआर जांच शुरु होने से रायपुर भेजने की दिक्कत समाप्त हो जाएगी।