महासमुन्द। छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार प्रदेश की जनता के लिए कई जन कल्याणकारी योजना चला रही है इन योजनाओं में अधिकारी पलीता लगा रहे है इसकी बानगी महासमुंद जिले में देखने को मिल रही है.. सरकार आर्थिक रूप से कमजोर लेकिन विवाह योग्य वर और वधु के लिए मुख्यमंत्री सुकन्या योजना चला रही है.. ताकि उनका विवाह हो सके.. इस योजना के तहत नव दम्पति को उनके बेहतर वैवाहिक दाम्पत्य जीवन के लिए 25000 रुपये में जिसमे 1000 रूपए नगद और बाकि का सामान दिया जाता है.. जिसमे अलमीरा, पंखा, कुकर और बर्तन जैसे सामान शामिल हैं.. जिसमे सामान ISI मार्का वाला होना चाहिए.. लेकिन महासमुंद के बिरकोनी चंडी मंदिर में कल महिला एवं बाल विकास विभाग ने 65 जोड़ो का विवाह कराया विवाह के बाद उन्हें समान वितरण भी किया गया.. सामान के लिए वैवाहिक सूत्र में बंधे जोड़े लाइन लगाकर अपनी बारी का इंतजार करते रहे.. जब सरकार से मिलने वाले सामान को देखा तो उनका भी माथा फिर गया.. अलमीरा पतले टीन का बना मिला, कुकर, पंखा बिना ISI मार्क वाला लोकल ब्रांड का मिला.. वैसे ही हाल बर्तनो का भी हाल देखने को मिला.. वैवाहिक बंधन में बंधे जोडे और उनके परिजनों ने बताया कि सामान बेकार क्वालिटी का है 25000 रूपए का सामान बता रहे है, लेकिन ये सामान 10 -12 हजार से ज्यादा का नहीं है, क्योंकि सामान एकदम घटिया क्वालिटी का है.. इस भ्रस्ट्राचार के मामले में महिला और बाल विकास विभाग के अधिकारी का कहना है कि बिरकोनी में महासमुंद में 65 जोड़े का विवाह हुआ है नव दंपत्ति को जो उपहार मिलाना चाहिए वो दिया गया है.. लेकिन जब ख़राब क्वालिटी की बात की गयी तो उन्होंने सब सही होने की बात कही.. हालांकि ये बात कहना साहब के लिये लाजमी भी है, क्योंकि जिस ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेड करना था उसी पर मेहरबान हो कर विभाग नें सप्लाई का काम दुबारा जो दिया था..
महासमुंद के बिरकोनी चंडी मंदिर में हुए मुख्यमंत्री सुकन्या विवाह योजना में नव दम्पत्ति को आशीर्वाद देने पहुंचने कांग्रेस सरकार के विधायक, महासमुंद विधायक और संसदीय सचिव विनोद चंद्राकर ने समान की गुनवक्तता पर सवाल जरूर उठाया कहा की नव दंपत्ति को मिलने वाले सामान घटिया क्वालिटी का है.. सम्बंधित अधिकारी सेटिंग कर एल वन [ L-01] में आने वाले ठेकेदार को आर्डर नहीं करते हुए दूसरे ठेकेदार को आर्डर दिया है.. जिसकी मैंने मुख्यमंत्री और सम्बंधित विभाग के मंत्री को और कलेक्टर को शिकायत किया है.. संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही होगी..
अब देखना होगा कि ऐसे अधिकारी पर कार्यवाही क्वब तक होती है।