@Arvind Kumar
IBN24 Desk : महासमुन्द (छत्तीसगढ़) स्कूलों में बच्चो की दर्ज संख्या बढ़ने के लिए मध्यान भोजन योजना की शुरुआत केंद्र सरकार द्वारा किया गया था जिसके तहत स्कुल में ही बच्चो को दाल, चावल और सब्जी खाने को लिए दिया जाता है जब स्कूली बच्चो का निवाला छीनकर मध्यान भोजन के लिए आये चावल को स्कुल के ही हेडमास्टर अपने घर ले जाए तो क्या कहेंगे, इस मामले का वीडियो इन दिनों वायरल हो रहा है जिसमे महासमुंद जिले के बागबाहरा ब्लाक के पूर्व माध्यमिक स्कुल के हेडमास्टर का स्कुल से चावल की बोरी चुपके से अपने अपने साथ लेकर जाना का वीडियो वायरल हो रहा है। जिसे ग्रामीणों ने घर पहुचने से पहले पकड़ लिया।
(वायरल वीडियो)
महासमुन्द जिले के बागबाहरा ब्लाक के पूर्व माध्यमिक शाला डोंगरगाव के हेड मास्टर देवशरण डड़सेना है जिन्हे मध्यान भोजन के चावल की बोरी को चुपके से लेकर जाते ग्रामीणों ने पकड़ा है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि हेड मास्टर चावल की चोरी कर अपने घर लेकर जा रहे थे। हेड मास्टर देव शरण डड़सेना वीडियों में ग्रामीणों से सीनाजोरी करते दिखाई दे रहे है ।
ज्ञात हो कि शासन की योजना के तहत स्कुली बच्चों के मध्यान्ह भोजन के लिए खाद्य वितरण केन्द्र से स्कुलों के लिए चांवल एलाट होता है।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि हेडमास्टर देव शरण डड़सेना को कई बार झोले में चावल की चोरी कर अपने घर ले जाते देखा गया है लेकिन इस बार हेडमास्टर पूरा चावल की बोरी ही पार करने के चक्कर में थे जिसे हमने पकड़ लिया साथ ही बताया कि रसोईया ने भी बच्चों के लिए चांवल कम देने की शिकायत ग्रामीणो को बताई थी। तब ग्रामीण हेडमास्टर देवशरण डड़सेना को रंगे हाथ पकड़ने के फिराक में थे हेडमास्टर को पकड़ लिये । हेड मास्टर जैसे शासकीय शिक्षक को 60 से 70 हजार सेलरी सरकार दे रही है, उसके बाद हेडमास्टर बच्चो का निवाला छीन रहे है।
इस पुरे मामले में महासमुंद जिला शिक्षा अधिकारी मोहन राव सावंत ने बताया की मेरी पदस्थापना हाल में ही हुई है।इस मामले की जांच करवाता हूं। जांच के बाद गलती पाए जाने पर कार्यवाही जरूर होगी।